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उस पेड़ की आत्मा महसूस किया है मैंने,तूने कहा जो बातों के इशारों से। उस पेड़ की आत्मा महसूस किया है मैंने,तूने कहा जो बातों के इशारों से।
छत पर कर रहीं ,यूं अठखेलियां, बेजुबां नक्काशी उन पे बनी हुईं, छत पर कर रहीं ,यूं अठखेलियां, बेजुबां नक्काशी उन पे बनी हुईं,
हिंदी भाषा की व्यापक शाश्वतता पर, श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबा है रसखान। हिंदी भाषा की व्यापक शाश्वतता पर, श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबा है रसखान।
वो बीती बातें,वो झूमती बरसातें, दिल में बसी हैं वो हसरतें हुलासें। वो बीती बातें,वो झूमती बरसातें, दिल में बसी हैं वो हसरतें हुलासें।
पैदावार की आड़ में खूनी पतवार बन, चूस रहा खून कोई, अरे खोजो तो सही। पैदावार की आड़ में खूनी पतवार बन, चूस रहा खून कोई, अरे खोजो तो सही।
खोई सोंधी दीवारें, स्कूलों के चौबारों में , सन्नाटा फैला दरख्त में बैठी बुलबुलों खोई सोंधी दीवारें, स्कूलों के चौबारों में , सन्नाटा फैला दरख्त में बैठी ...
तुम बेबस हो, पर जुदाई कैसे मैं सह पाऊँगी। तुम बेबस हो, पर जुदाई कैसे मैं सह पाऊँगी।
गुस्से में छिपा प्यार, जननी का वह दुलार, गुस्से में छिपा प्यार, जननी का वह दुलार,
अब कितने तूफान रहे हमारे चाह में, वादा है, कभी यूँ जुदा न होंगे जरूर। अब कितने तूफान रहे हमारे चाह में, वादा है, कभी यूँ जुदा न होंगे जरूर।
जीवन जीने सबके,अपने अलग अंदाज है, कोई खुल के जिए,तो कोई रखता राज है, जीवन जीने सबके,अपने अलग अंदाज है, कोई खुल के जिए,तो कोई रखता राज है,