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खिड़कियों पर जाली लगवाए जाने का करती है भरसक विरोध वह , खिड़कियों पर जाली लगवाए जाने का करती है भरसक विरोध वह ,
हर बार उदासी उसकी परेशां कर जाती है मुझे। निकल पड़ता हूँ फिर, तलाश में उस खुशी की। हर बार उदासी उसकी परेशां कर जाती है मुझे। निकल पड़ता हूँ फिर, तलाश में ...
जिन्दगानी के सफर में मुसाफिरों के काफिले में गर बस एक नाम तुम्हारा हो तो क्या बात हो। जिन्दगानी के सफर में मुसाफिरों के काफिले में गर बस एक नाम तुम्हारा हो त...
माता के दोनों रूपों को अस्पताल के एक कोने में छोड़ भाग चला आया था। माता के दोनों रूपों को अस्पताल के एक कोने में छोड़ भाग चला आया था।
उसका दीवारों से जुड़े रहना उसकी मजबूरी या नियति बन जाती है। उसका दीवारों से जुड़े रहना उसकी मजबूरी या नियति बन जाती है।
किसी का चले जाना कितना आसान होता है न उसके लिए जो जा रहा होता है। किसी का चले जाना कितना आसान होता है न उसके लिए जो जा रहा होता है।
जो दिख जाते हैं जीवन रूपी आकाश में टूटते सितारों की तरह। जो दिख जाते हैं जीवन रूपी आकाश में टूटते सितारों की तरह।
अहंकार जब हद से ज्यादा बढ़ जाता है फिर उस अहंकारी को दूसरा कोई कहाँ नज़र आता है। अहंकार जब हद से ज्यादा बढ़ जाता है फिर उस अहंकारी को दूसरा कोई कहाँ नज़र आ...
मूँद लेता हूँ जब आँखें अपनी झलक अपनी दिखला जाते हो। मूँद लेता हूँ जब आँखें अपनी झलक अपनी दिखला जाते हो।
राधा ही तो कान्हा के सांसों की डोर है। राधा ही तो कान्हा के सांसों की डोर है।