"I am the imagination of the poem which no one can painting."
लेकिन यही ख़ामोश रहने से दूरियाँ खुद ही बढ़ने लगती है। लेकिन यही ख़ामोश रहने से दूरियाँ खुद ही बढ़ने लगती है।
स्वयं श्याम रंग श्याम फिर भी राधे रंग में रंगे श्याम। स्वयं श्याम रंग श्याम फिर भी राधे रंग में रंगे श्याम।
मैं परिंदों-सा मुक्त, उन्मुक्त गगन को चाहता हूं। मैं परिंदों-सा मुक्त, उन्मुक्त गगन को चाहता हूं।
ज्ञात था उनकी मुख कि मौन धारा, बेचैन थी मुक्ति को जैसे कोई परिन्दा। ज्ञात था उनकी मुख कि मौन धारा, बेचैन थी मुक्ति को जैसे कोई परिन्दा।
तेरे लंबे बाल और गुलपोशी के चर्चे हर जगह थे खुबसूरती बेहद थी तुझमें पर पहरे हर जगह थे. तेरे लंबे बाल और गुलपोशी के चर्चे हर जगह थे खुबसूरती बेहद थी तुझमें पर पहरे ह...
हालातों को देख अब जीना सीख सा गया हूँ। हालातों को देख अब जीना सीख सा गया हूँ।
इसे किसी पहचान कि कोई ज़रुरत ही नहीं होता हैं। इसे किसी पहचान कि कोई ज़रुरत ही नहीं होता हैं।
इश्क़ बस नाम की थी, ना कोई शिकायतें। इश्क़ बस नाम की थी, ना कोई शिकायतें।
हर क्षण, चिन्तन में विलीन है मन, इस दृश्य छलावे में अदृश्य है मन। हर क्षण, चिन्तन में विलीन है मन, इस दृश्य छलावे में अदृश्य है मन।
काश, दूरियों के साथ यादें भी दूर हो जाते, काश, दूरियों के साथ यादें भी दूर हो जाते,