Teacher
जर्जर सी हुई धरा को दुल्हन सा सुंदर रुप दिया।। जर्जर सी हुई धरा को दुल्हन सा सुंदर रुप दिया।।
तेरी मेरी जन-जन की बोली सरल ,सहज लगती है भोली। तेरी मेरी जन-जन की बोली सरल ,सहज लगती है भोली।
आओ आगे बढ़ें विकास की ओर। चलें मिलकर एक कदम स्वच्छता की ओर।। आओ आगे बढ़ें विकास की ओर। चलें मिलकर एक कदम स्वच्छता की ओर।।
इस जीवन को जितना समझना चाहा, उतना ही उलझ गई। इस जीवन को जितना समझना चाहा, उतना ही उलझ गई।
कभी सामाजिक परम्पराओं की आड़ पर। पीती वह रोज अपमान का कड़ुआ जहर कभी सामाजिक परम्पराओं की आड़ पर। पीती वह रोज अपमान का कड़ुआ जहर
कुछ दिन मुझे भी संवरने के पल दो ना। स्वयं के लिए मुझे भी कुछ क्षण दो ना। कुछ दिन मुझे भी संवरने के पल दो ना। स्वयं के लिए मुझे भी कुछ क्षण दो ना।
हाथ - हाथ से होते हाथ साफ- साफ। फिर घूमते आगे-पीछे मेरे हाथ ।। हाथ - हाथ से होते हाथ साफ- साफ। फिर घूमते आगे-पीछे मेरे हाथ ।।
लोग सपना देखते हैं बेटों के लिए पर सपने पूरे करती हैं बेटियां। लोग सपना देखते हैं बेटों के लिए पर सपने पूरे करती हैं बेटियां।
कर दे तू अभियान जारी, तू कभी ना हारी।। धन्य धन्य उत्तराखंड की नारी.... कर दे तू अभियान जारी, तू कभी ना हारी।। धन्य धन्य उत्तराखंड की नारी....
आंदोलनों की है यह जननी गोविंद बल्लभ पंत की जन्मभूमि। आंदोलनों की है यह जननी गोविंद बल्लभ पंत की जन्मभूमि।