कविता कलम कागज़ और मैं......
वो मेरी माँ होने से पहले वीर विरासती महिला होने का सम्मान भी रखती हैं। वो मेरी माँ होने से पहले वीर विरासती महिला होने का सम्मान भी रखती हैं।
और मैं, वो, तेरा, मेरा इन सब चीजों का एक ही निचोड़ निकलता है के इश्क़ मे हमने आज क्या और मैं, वो, तेरा, मेरा इन सब चीजों का एक ही निचोड़ निकलता है के इश्क़ मे हमने...
मेरे खालीपन को खूबसूरत अल्फाज़ों से भरने के लिए शुक्रिया। मेरे खालीपन को खूबसूरत अल्फाज़ों से भरने के लिए शुक्रिया।
ऎसे ही पढ़ी थी उसने मसूरी की सफर के दौरान रस्किन बॉण्ड की लिखी एक हत्या की कहानी और चाहता था ... ऎसे ही पढ़ी थी उसने मसूरी की सफर के दौरान रस्किन बॉण्ड की लिखी एक हत्या की क...
तुम्हारे जिस्म की महक हवाओ में है अब भी बरकरार पुकार रहा है हर कोना इस घर तुम्हें पुकार र... तुम्हारे जिस्म की महक हवाओ में है अब भी बरकरार पुकार रहा है हर कोना इस घ...
ये ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ रातों में रौशनी का अवकाश होता हो और दिन में जश्न मनाए जाते हो ... ये ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ रातों में रौशनी का अवकाश होता हो और दिन मे...
मानव मानव ना रह कर दानव बन जाएगा शर्म भी कुछ होती है ये भी भूल जाएगा रंग बदलेगा ऐसे के गिरगिट ... मानव मानव ना रह कर दानव बन जाएगा शर्म भी कुछ होती है ये भी भूल जाएगा रंग ब...
मैं रच नहीं सकती अपने शब्दों में भी उस रचना को जिसने मुझे रचा है। मैं रच नहीं सकती अपने शब्दों में भी उस रचना को जिसने मुझे रचा है।
वो एक दूसरे को पीठ ज़रूर किए बैठी है लेकिन एक दूजे से बेइन्तहा इश्क़ भी किए बैठी है। वो एक दूसरे को पीठ ज़रूर किए बैठी है लेकिन एक दूजे से बेइन्तहा इश्क़ भी किए ...
देखो उसको वो मेरी तरफ दौड़ा चला आ रहा है मुझ को बुढ़ापा आ रहा है..। देखो उसको वो मेरी तरफ दौड़ा चला आ रहा है मुझ को बुढ़ापा आ रहा है..।