Itsme_Stb
फिर बजी तालियाँ ! वाह वाह फिर हुआ और फिर भुला दी गई वो सारी कविता।। फिर बजी तालियाँ ! वाह वाह फिर हुआ और फिर भुला दी गई वो सारी कविता।।
पिछली होली जब गुलाल की थाली सजाई थी मेरे साजन के इंतज़ार में पलके बिछाई थी। पिछली होली जब गुलाल की थाली सजाई थी मेरे साजन के इंतज़ार में पलके बिछाई...
तुम फिर वही ठंड लेकर आना हम फिर से रजाई लेकर आएंगे। तुम फिर वही ठंड लेकर आना हम फिर से रजाई लेकर आएंगे।
शहीदों के ढेर पे जश्न मनाता है उजड़ती हैं बस्तियाँ इसको मज़ा आता है। शहीदों के ढेर पे जश्न मनाता है उजड़ती हैं बस्तियाँ इसको मज़ा आता है।
दीवारें घूमी कुछ आकर बोली मैंने सुना था दीवारें घूमी कुछ आकर बोली मैंने सुना था
याद आ गया वो बचपन जिसे कहीं और भूल आया याद आ गया वो बचपन जिसे कहीं और भूल आया
मैं समझ रहा था उसको वो जो बात कर रही थी।। मैं समझ रहा था उसको वो जो बात कर रही थी।।
और सबसे सुंदर एक यही एहसास है अनमोल है यह, माँ पापा का प्यार है।। और सबसे सुंदर एक यही एहसास है अनमोल है यह, माँ पापा का प्यार है।।
इतना समझाकर चाँद उस दिन वापिस लौट गया।। इतना समझाकर चाँद उस दिन वापिस लौट गया।।
हर पड़ाव एक ठहराव लिए एक दूसरे से अलग है हर पड़ाव एक ठहराव लिए एक दूसरे से अलग है