Reader,writer
आँसुओं के सैलाब को आने नहीं देते सागर की लहरों को जैसे उफान से रोक लेते हैं आँसुओं के सैलाब को आने नहीं देते सागर की लहरों को जैसे उफान से रोक लेते हैं
सकारात्मकता से आगे बढ़ें व दूसरों को उचित मार्ग दिखायें सकारात्मकता से आगे बढ़ें व दूसरों को उचित मार्ग दिखायें
ये ठिठुरन ये सर्द हवायें अंतर्मन तन से ये पूछे जायें। ये ठिठुरन ये सर्द हवायें अंतर्मन तन से ये पूछे जायें।
पग पग पर देंगे साथ ये वादा निभाते चल जीवनसाथी। पग पग पर देंगे साथ ये वादा निभाते चल जीवनसाथी।
तेरी हर ख़ुशबू मुझे मजबूर करती रही साथ जुड़े रहने को तेरी हर ख़ुशबू मुझे मजबूर करती रही साथ जुड़े रहने को
सुख में अपनों को न भूल जाना, इस पथ पर। सुख में अपनों को न भूल जाना, इस पथ पर।
कभी ग़म तो कभी ख़ुशियों में छलकते हैं ये आँसू हैं बिन बादल भी बरसते हैं. कभी ग़म तो कभी ख़ुशियों में छलकते हैं ये आँसू हैं बिन बादल भी बरसते हैं.
क्या पता कल, आपकी साँसें खुली हवा को तरसेंगी। क्या पता कल, आपकी साँसें खुली हवा को तरसेंगी।
तभी समानता पायेंगी स्त्रियाँ जीवन कि राह स्वयं चुनना है। तभी समानता पायेंगी स्त्रियाँ जीवन कि राह स्वयं चुनना है।
जगमग जगमग रोशनी का त्यौहार दीप प्रज्वलित करने मात्र से नहीं चमकते घर द्वार। जगमग जगमग रोशनी का त्यौहार दीप प्रज्वलित करने मात्र से नहीं चमकते घर द्वार।