सरल , सहज , साहित्य प्रेमी , एक अध्यापिका।
दुश्मन भी तो अपने मीत बन जाते हैं होली में। दुश्मन भी तो अपने मीत बन जाते हैं होली में।
जो लौट के न अब आएं दिल वो मस्त जमाने याद करे। जो लौट के न अब आएं दिल वो मस्त जमाने याद करे।
हो तुम्हारे बस में तो तुम भूल जाओ शौंक से हमको चाहिए इक उम्र तुमको भुलाने के लिए। हो तुम्हारे बस में तो तुम भूल जाओ शौंक से हमको चाहिए इक उम्र तुमको भुलाने के ...
टूट के इतना न चाहो तुम उसे एक दिन उसका नशा हो जाएगा। टूट के इतना न चाहो तुम उसे एक दिन उसका नशा हो जाएगा।
हमको चाहिए इक उम्र तुमको भुलाने के लिए। हमको चाहिए इक उम्र तुमको भुलाने के लिए।
कुछ अल्फ़ाज़ कह जाते हैं, कुछ अल्फ़ाज़ बह जाते हैं। कुछ अल्फ़ाज़ कह जाते हैं, कुछ अल्फ़ाज़ बह जाते हैं।
चेहरे पे मुस्कान ओढ़ने वालों के सीने में तूफां को पलते देखा है क्या बतलाएं कुछ जहरीले सांपों को ... चेहरे पे मुस्कान ओढ़ने वालों के सीने में तूफां को पलते देखा है क्या बतलाएं क...
कितनी ही किताबें पढ़ लिख ली कितनी ही डिग्रियां हासिल की। रिश्तों में धोखे खूब मिल कितनी ही किताबें पढ़ लिख ली कितनी ही डिग्रियां हासिल की। रिश्तों में ...
गली में क्रिकेट खेलते बच्चों की तरह या गज़ल की धुन में लीन किसी संगीत प्रेमी गली में क्रिकेट खेलते बच्चों की तरह या गज़ल की धुन में लीन किसी संगीत...
कभी लगती बड़ी अच्छी, कभी नाकाम ज़िंदगी कभी लगती बड़ी अच्छी, कभी नाकाम ज़िंदगी