लघुकथा व कविता
नारी की सुन्दर गरिमा हूँ, प्रकृति की रचनाओं से प्रेरित रचना हूँ, नारी की सुन्दर गरिमा हूँ, प्रकृति की रचनाओं से प्रेरित रचना हूँ,
साहित्य के सदचरित्र चलचित्र निर्माण किया था भोला भाला इंसान दिखाया खाई तीन क़समें थी साहित्य के सदचरित्र चलचित्र निर्माण किया था भोला भाला इंसान दिखाया खाई तीन क़स...
लाचार नहीं कमज़ोर नहीं हूँ अबला नहीं मैं अब सबला हूँ लाचार नहीं कमज़ोर नहीं हूँ अबला नहीं मैं अब सबला हूँ
प्रियतम सिंदूरी रंग संग गीत होली की है रीत हमारी। प्रियतम सिंदूरी रंग संग गीत होली की है रीत हमारी।
माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो
चाह बस इतनी कि हर दिल में स्वाभिमान जगाऊँ मैं। चाह बस इतनी कि हर दिल में स्वाभिमान जगाऊँ मैं।
हर दिलों को प्यार के रंग गीत सुनाइये मनुहार मन उत्सव मिल होली मनाइये हर दिलों को प्यार के रंग गीत सुनाइये मनुहार मन उत्सव मिल होली मनाइये
कुछ खट्टी - कुछ मीठी वार -सोमवार चलो सुनाऊँ बचपन की वो प्यारी बातें कुछ खट्टी - कुछ मीठी वार -सोमवार चलो सुनाऊँ बचपन की वो प्यारी बातें
नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में गुलाब बन नयनों से नयन मिलें प्रणय निवेदन बन छाये तुम मुस्कानों से सूरत नहीं सीरत में ...
पूनम चाँद बन छँटा निहारे चाँदनी छाई है। पूनम चाँद बन छँटा निहारे चाँदनी छाई है।