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Anita Jha

Others

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Anita Jha

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क़ुछ खट्टी - कुछ मीठी

क़ुछ खट्टी - कुछ मीठी

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कुछ खट्टी - कुछ मीठी 

वार -सोमवार 

चलो सुनाऊँ बचपन की वो प्यारी बातें

दिन में होती होली की धूम धमा चौकड़ी

रात सुहानी होती  कुछ खट्टी कुछ मीठी बातें

जीवन ये अनमोल कहानी है ।

अजब खेल और ग़ज़ब तमाशे 

बचपन के ये खेल निराले है ।

बच्चों के नित्य गीत सज प्यारा बचपन है

जीवन के अनमोल वो पल है ।

सखी सहेली संग दादी नानी 

कुछ खट्टी कुछ मीठी बातें है ।

बचपन के अनमोल वो पल है ।

खाते थे जब कच्ची कैरियाँ मीठे बेर 

पेड़ों की टहनिया मुँडेरो की दीवारें फाँद 

लुका छिपी का सुंदर खेल है ।

बचपन की प्यारी बातें 

अनमोल वो पल है ।

बच्चे कहते दादी टमाटर खाएँगे

दादी कहती - कमाकर खाओगे ।

सखी सहेली संग होती 

प्यार की बातें थी ।

अनमोल वो प्यारा बचपन था ।

खाते थे जब मार डण्डे से

सीख जाते थे ।

छोटे अ में कछु नही बड़े आ में डंडो 

याद आ जाती नानी की स्लेट पेंसिल 

सीख जाते थे ।

खट्टे आम और मीठे बेर 

दादी नानी ने फिर से 

बचपन जिया था ।

कुछ खट्टी कुछ मीठी 

यादों को रंगीन बनाया था ।

दादी नानी साथ संग 

सहेज रखा बचपन था ।



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