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चढ़े संग हम सीढ़ी यौवन की समझी है भावुकता मन की कभी न कम हो मेरी प्रीत ओ ! मेरे मन क चढ़े संग हम सीढ़ी यौवन की समझी है भावुकता मन की कभी न कम हो मेरी प्रीत ...
आओ !! प्रिय उस लोक में विचरण कर आएँ जहाँ मिले थे मनु- श्रद्धा, अपलक निहार आएँ। आओ !! प्रिय उस लोक में विचरण कर आएँ जहाँ मिले थे मनु- श्रद्धा, अपलक निहार आएँ...
सच में होगी सुहानी या फिर भोर आने वाली लाएगी कोई खबर मस्तानी। सच में होगी सुहानी या फिर भोर आने वाली लाएगी कोई खबर मस्तानी।
वसुंधरा कहती है प्राण प्रिय हो तुम दुल्हन मुझे बनाने प्रिय आते हो तुम, वसुंधरा कहती है प्राण प्रिय हो तुम दुल्हन मुझे बनाने प्रिय आते हो तुम,
मैं राह तकूंगी तुम आना मैं डगर बुहारूंगी तुम आना। मैं राह तकूंगी तुम आना मैं डगर बुहारूंगी तुम आना।
गगनदीप की डोली में जीवन के लम्हे बिताएँ। गगनदीप की डोली में जीवन के लम्हे बिताएँ।
भोर की विभोर में नृत्य करे पंछी यादों के। भोर की विभोर में नृत्य करे पंछी यादों के।
बहे शिखर से प्रपात सहस्र धारा हो चले गति रुकी न प्रवाह की, किनारे छूटते चले मुश्किलों की राह ... बहे शिखर से प्रपात सहस्र धारा हो चले गति रुकी न प्रवाह की, किनारे छूटते चले ...
थम कर नृत्य करती तड़ित नभ गुंजित गर्जन से मंडित , बंजारे से बादल हुए भ्रमित चातक, कोक, होते ... थम कर नृत्य करती तड़ित नभ गुंजित गर्जन से मंडित , बंजारे से बादल हुए भ्रमित...
बनने लगा रंगों का इन्द्रधनुष आच्छादित मंडप अवनि पर , नव पल्लवों पर जमें हिम कण तोरण बनी लता... बनने लगा रंगों का इन्द्रधनुष आच्छादित मंडप अवनि पर , नव पल्लवों पर जमें हि...