Honest and truth
रंग कैसा भी हो शब्द लकीरों से पहचाने जाते हैं।। रंग कैसा भी हो शब्द लकीरों से पहचाने जाते हैं।।
एक समंदर छुपा लिया है लेकिन ज्वार बनकर सामने आऊँगा... एक समंदर छुपा लिया है लेकिन ज्वार बनकर सामने आऊँगा...
तेरे पास था पर निशाने पर था। राहते ज़िंदगी तलाश कर रहा था तेरे पास था पर निशाने पर था। राहते ज़िंदगी तलाश कर रहा था
पर दिल की एक पुकार से रुक गया मैं। पर दिल की एक पुकार से रुक गया मैं।
न आंच किसी पर आएगी न हम पत्थर कहलाएंगे। न आंच किसी पर आएगी न हम पत्थर कहलाएंगे।
लफ्ज़ होते नहीं पास इनके पर कोई सपने तो तन्हा होते हैं। लफ्ज़ होते नहीं पास इनके पर कोई सपने तो तन्हा होते हैं।
मिलकर बैठें साथ यूँ ही। मिलकर बैठें साथ यूँ ही।
कद्र किसको है कि अपना वजूद रखूँ क्यों न मिटा दूँ और बादल तक चलूं।। रंग सारे अपने साथ ही ले चल... कद्र किसको है कि अपना वजूद रखूँ क्यों न मिटा दूँ और बादल तक चलूं।। रंग सा...
आज मुझे विष पीना होगा। आज मुझे विष पीना होगा।
घुटन इतनी थी कि साँस रुक रही एक आह भी भरूँ इतना आसान नहीं था। घुटन इतनी थी कि साँस रुक रही एक आह भी भरूँ इतना आसान नहीं था।