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दीया खुद को ढूंढेगा, अंधेरे में, की मैं कहा हूं, आत्मचिंतन ही सरल होगा, दीया खुद को ढूंढेगा, अंधेरे में, की मैं कहा हूं, आत्मचिंतन ही सरल होगा,
मैं हवा नहीं और ना तूफानों में सीधे चलता यार हूँ, मैं शीतल नहीं और ना चंद्रमा के चक्कर लगाता यार ह... मैं हवा नहीं और ना तूफानों में सीधे चलता यार हूँ, मैं शीतल नहीं और ना चंद्रमा ...
माँ के आँचल को भूल सा गया था उसने एक पल में एहसास कराया, और मुझे मेरी जिंदगी से वापस मिलाया। माँ के आँचल को भूल सा गया था उसने एक पल में एहसास कराया, और मुझे मेरी जिंद...
एहसास के धागे में पिरोएं हैं मैंने अपने ज़ज़्बात एहसास के धागे में पिरोएं हैं मैंने अपने ज़ज़्बात
कोई देखे एक पिता के नज़र से बच्चें के बचपने को ,पल भर में एक अल्हड़ युवा को ज़िम्मेदार बनते। .. कोई देखे एक पिता के नज़र से बच्चें के बचपने को ,पल भर में एक अल्हड़ युवा को ज़िम्म...
कई मुद्दो पर सब चुप्पी साध लेते है उन्ही मुद्दो पर सवाल यानि ये कविता। कई मुद्दो पर सब चुप्पी साध लेते है उन्ही मुद्दो पर सवाल यानि ये कविता।
कुछ सुकून भरे लम्हों की दास्तान। कुछ सुकून भरे लम्हों की दास्तान।
'सुलघने दे मुझे खुद मै ही, ना दे हवा तू ध्यान दे, मै आग हूं तू जान ले, अभी भड़का नहीं हूं तू मान ले।... 'सुलघने दे मुझे खुद मै ही, ना दे हवा तू ध्यान दे, मै आग हूं तू जान ले, अभी भड़का...
उफनती नदी सा हूं तो कभी, झील के पानी सा शांत हू, आवाम की आवाज हूं तो कभी, खुद मै मोन इंसान हूं। उफनती नदी सा हूं तो कभी, झील के पानी सा शांत हू, आवाम की आवाज हूं तो कभी, खुद मै...