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समझ जाना नियति आप को आप से मिलाना चाहती है। समझ जाना नियति आप को आप से मिलाना चाहती है।
प्रहलाद को पहाड़ से फेंक दिया गया, खाई में तब उनकी जान की रक्षा करने वाले कौन है सबके प्रहलाद को पहाड़ से फेंक दिया गया, खाई में तब उनकी जान की रक्षा करने वाले कौन...
समुद्र के ज्वार-भाटा के समान मनुष्य के जीवन में सुख-दुख आता-जाता। समुद्र के ज्वार-भाटा के समान मनुष्य के जीवन में सुख-दुख आता-जाता।
खुद जागे और औरों को जगाए ताकि इस उमंग को दूसरे भी महसूस कर पाए। खुद जागे और औरों को जगाए ताकि इस उमंग को दूसरे भी महसूस कर पाए।
उसके घर की खुशियां हमें बन जाना है। इस बार हमें ऐसी दीपावली मनाना है। उसके घर की खुशियां हमें बन जाना है। इस बार हमें ऐसी दीपावली मनाना है।
शिव की नगरी उज्जैन में अद्भुत एक संयोग है, विश्व के बड़े से बड़े राजा यहां सर झुका शिव की नगरी उज्जैन में अद्भुत एक संयोग है, विश्व के बड़े से बड़े राजा यहां स...
समुद्र की तरह संसार का चक्कर भी चलता चला जाता। समुद्र की तरह संसार का चक्कर भी चलता चला जाता।
कमाकर कई साल बाद भी अपनी मां के लिए एक घर नहीं बना पाता। कमाकर कई साल बाद भी अपनी मां के लिए एक घर नहीं बना पाता।
दान में पाए पुण्य का हिसाब ना रख पाती, दूध पीते घी बनाती दही खाती पनीर बनाती। दान में पाए पुण्य का हिसाब ना रख पाती, दूध पीते घी बनाती दही खाती पनीर बनाती...
प्रकृति से हम सब कुछ पाते हैं और उसे कुछ दे नहीं पाते है| प्रकृति से हम सब कुछ पाते हैं और उसे कुछ दे नहीं पाते है|