दिल से लिखती हूं।
दाग दुखता है, दिखता नहीं। जिन्दगी में भी, जिन्दगी के बाद भी। दाग दुखता है, दिखता नहीं। जिन्दगी में भी, जिन्दगी के बाद भी।
ये भिन्न-भिन्न दरवाज़े हर जगह हमारे सामने आते, हर जगह हमें रोकते, ये भिन्न-भिन्न दरवाज़े हर जगह हमारे सामने आते, हर जगह हमें रोकते,
समय के साथ भागता, रेत सा फिसलता जीवनचक्र। समय के साथ भागता, रेत सा फिसलता जीवनचक्र।
बना लेते हैं अपना घरौंदा सिर्फ शरीर की हत्या करने वाले हत्यारे नहीं कहलाते। बना लेते हैं अपना घरौंदा सिर्फ शरीर की हत्या करने वाले हत्यारे नहीं क...
झुकी हुई स्त्रियाँ पसंद की जाती है। झुकी हुई स्त्रियाँ पसंद की जाती है।
सिर्फ शरीर की हत्या करने वाले हत्यारे नहीं कहलाते। सिर्फ शरीर की हत्या करने वाले हत्यारे नहीं कहलाते।
जा मिलती सागर मैं पल में विशाल असीम बन जाती। जा मिलती सागर मैं पल में विशाल असीम बन जाती।
आ जाना तुम खुद के करीब, होती यही से मजबूत हर नींव। आ जाना तुम खुद के करीब, होती यही से मजबूत हर नींव।
हर पल, हर क्षण को कभी तुम पढ़ लेना आँखों के आँसू को हर पल, हर क्षण को कभी तुम पढ़ लेना आँखों के आँसू को
कभी अपने पास आ जाते तो कभी खुद को ही छिपाते कभी अपने पास आ जाते तो कभी खुद को ही छिपाते