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वही डरी-सहमी औरत जो उड़ना चाहती है मुक्त हो कर वही डरी-सहमी औरत जो उड़ना चाहती है मुक्त हो कर
धुएं से बाहर निकल री, आग बन आग जा सबै नू भस्म कर दे, धुएं से बाहर निकल री, आग बन आग जा सबै नू भस्म कर दे,
आवाज़ के आगे आज उसे चिनुक का रति निवेदन नहीं सुनाई दे रहा था। आवाज़ के आगे आज उसे चिनुक का रति निवेदन नहीं सुनाई दे रहा था।
शायद वह भी आज को जी लेने को आतुर हो उठी थी। शायद वह भी आज को जी लेने को आतुर हो उठी थी।
बस तोमर साहब की बेटी के नाज़ुक पाँवों में पायल की रुनझुन बजती रहती है। बस तोमर साहब की बेटी के नाज़ुक पाँवों में पायल की रुनझुन बजती रहती है।
वह भय से गिड़गिड़ाने लगी वह उसे हौसला देते हुए अपने डर के साथ नीचे उतरा और वही हुआ। ... वह भय से गिड़गिड़ाने लगी वह उसे हौसला देते हुए अपने डर के साथ नीचे उतरा और वही ह...
वह कहे जा रही थी और ज़िला अधिकारी निरुत्तर से अपनी पदवी और अपनी बहन को शर्मिंदगी से निहार रहे थे। वह कहे जा रही थी और ज़िला अधिकारी निरुत्तर से अपनी पदवी और अपनी बहन को शर्मिंदगी...
लाव को और तेज़ कर दिया हमारे आस-पास का वातावरण उस सर्द रात में भी सुलग उठा। लाव को और तेज़ कर दिया हमारे आस-पास का वातावरण उस सर्द रात में भी सुलग उठा।
उसकी गीली आँखों को बेटा अपने नन्हें हाथों से पोंछ रहा था बादलों के उस पार से माँ का प्यार सीढ़ी बन उ... उसकी गीली आँखों को बेटा अपने नन्हें हाथों से पोंछ रहा था बादलों के उस पार से माँ...
इन सबकी सुन पास ही बैठे हुए बूढ़े ने कहा, “समय के हर रंग की लकीरें इस उम्र तक आते-आते चेहरे पर अपनी ... इन सबकी सुन पास ही बैठे हुए बूढ़े ने कहा, “समय के हर रंग की लकीरें इस उम्र तक आत...