I am a Hindi subject Teacher
सुबह की मंद हवा, मेरे वातायन से आकर, जब कपोलों को थपथपाती है। सुबह की मंद हवा, मेरे वातायन से आकर, जब कपोलों को थपथपाती है।
मानवता की रास थामकर, उस पर प्रेम आरुढ़ कराकर। भाईचारे के अश्वों को, नैतिकता का पाठ पढ़ाकर।। समता-म... मानवता की रास थामकर, उस पर प्रेम आरुढ़ कराकर। भाईचारे के अश्वों को, नैतिकता का ...
गदराया गोधूम का खेत, मटर नीले ध्वज को उठाए खड़ा है। गदराया गोधूम का खेत, मटर नीले ध्वज को उठाए खड़ा है।
हिरणों की सुकुमारता, मन में एहसास पले।। आओ मेरे साथ बंधु, तनिक वहां तो चलें।। हिरणों की सुकुमारता, मन में एहसास पले।। आओ मेरे साथ बंधु, तनिक वहां तो चलें।।
वैश्विक गरमी प्रभाव। उसी का चले पेंच दॉंव।। वैश्विक गरमी प्रभाव। उसी का चले पेंच दॉंव।।
देखो मेघ नहीं पर्वत नभ छाये। विविध रूप बन मन को भाये! देखो मेघ नहीं पर्वत नभ छाये। विविध रूप बन मन को भाये!
बादलों के रूप धरकर , आ गई ऋतुओं की रानी। मग्न होकर जीव जंतु, बोलते सब हर्ष बानी। बादलों के रूप धरकर , आ गई ऋतुओं की रानी। मग्न होकर जीव जंतु, बोलते सब...
हरी चुनर सजी धरती, सभी के मन को भाए हैं।। हरी चुनर सजी धरती, सभी के मन को भाए हैं।।
पावस की घोर घटा देख सब नाच उठे, अधरों पर बैठी मुस्कान अब जागी है। पावस की घोर घटा देख सब नाच उठे, अधरों पर बैठी मुस्कान अब जागी है।
जब जल नहीं तो कल नहीं। इस जल बिना इक पल नहीं।। जब जल नहीं तो कल नहीं। इस जल बिना इक पल नहीं।।