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वो बेरहम रहे हम फिर भी रहे मुरीद ! वो बेरहम रहे हम फिर भी रहे मुरीद !
"वो"भी "बारिश" के जैसे हैं जो बस रंगत बदलता है ना हम मायूस होते हैं ना उनका दिल पिघलता है। "वो"भी "बारिश" के जैसे हैं जो बस रंगत बदलता है ना हम मायूस होते हैं ना ...
उससे वस्ल की उम्मीद ख़्वाबों में खोती गई उससे वस्ल की उम्मीद ख़्वाबों में खोती गई
जनता की लेकिन समस्या विकट है। जनता की लेकिन समस्या विकट है।
उसकी एक नज़र ने रोका था समय-प्रवाह होता था उसके पास ही मिलने की रहती चाह उसकी एक नज़र ने रोका था समय-प्रवाह होता था उसके पास ही मिलने की रहती चाह
इत्तेफ़ाक़ भी नही होते आजकल पूरे ईमान से... इत्तेफ़ाक़ भी नही होते आजकल पूरे ईमान से...
मिट्टी से बने, मिट्टी में मिले, बस ख़त्म हुए, सब शिक़वे-गिले...! मिट्टी से बने, मिट्टी में मिले, बस ख़त्म हुए, सब शिक़वे-गिले...!
हर तरफ, देशभक्ति का ज़ज़्बात है यहां बस, आज आज़ादी की बात है हर तरफ, देशभक्ति का ज़ज़्बात है यहां बस, आज आज़ादी की बात है
'ना गर ये मंज़ूर ये, दहशत के नुमाइंदों को हो, क़हर बनकर के मैं, उनकी जान पर गिर जाऊँगा।' एक सिपाही के ... 'ना गर ये मंज़ूर ये, दहशत के नुमाइंदों को हो, क़हर बनकर के मैं, उनकी जान पर गिर जा...
एक अनोखी बात...! एक अनोखी बात...!