डॉ० कुलवीर बैनीवाल सनातनी एक युवा समाजसेवक हूँ। मैं एक छोटी सी संस्था चलाता हूँ जिसका नाम सुमेर सिंह आर्य संस्थान है जोकि हरियाणा प्रदेश के रोहतक जिले से संचालित है ।
अम्बर अम्बर सा था जहाँ मेरा नीले नीले से थे अंबर मेरे । अम्बर अम्बर सा था जहाँ मेरा नीले नीले से थे अंबर मेरे ।
भूत वर्तमान भविष्य बनायेंगे । करेंगे वोट पार्टी राष्ट्र निर्माण पर भूत वर्तमान भविष्य बनायेंगे । करेंगे वोट पार्टी राष्ट्र निर्माण पर
सदा बीमारी का घर होगा, दुगुनी कीमत से इलाज कराना होगा, सदा बीमारी का घर होगा, दुगुनी कीमत से इलाज कराना होगा,
मुश्किल है मगर नामुमकिन नहीं, दिखा दे उन आँधियों को टूटी हुई बेड़ियाँ, मुश्किल है मगर नामुमकिन नहीं, दिखा दे उन आँधियों को टूटी हुई बेड़ियाँ,
ये शब्दों की दुनिया है, ये शब्दों का संसार है, बिना इन शब्दों के जीवन बेकार है। ये शब्दों की दुनिया है, ये शब्दों का संसार है, बिना इन शब्दों के जीवन बेकार ह...
एक रुपये की आती थी वो संतरों वाली 16 टॉफी, शक्तिमान के स्टीकर को बाजू पर चिपकाना याद एक रुपये की आती थी वो संतरों वाली 16 टॉफी, शक्तिमान के स्टीकर को बाजू पर चिपक...
सुमेर सिंह आर्य संस्थान ने ठाना है, अपना भारतवर्ष शिक्षित बनाना है। सुमेर सिंह आर्य संस्थान ने ठाना है, अपना भारतवर्ष शिक्षित बनाना है।
बस यही पैगाम फैलाते शिक्षक ऐसे होते हैं। बस यही पैगाम फैलाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
शिक्षक दाता है हमको जो देता ज्ञान है, शिक्षक का आदर करना, हम सबकी शान है | शिक्षक दाता है हमको जो देता ज्ञान है, शिक्षक का आदर करना, हम सबकी शान है |
हर समय जिन्दगी में खुशियाँ है , धीरज से ही जिन्दगी में खुशियाँ है हर समय जिन्दगी में खुशियाँ है , धीरज से ही जिन्दगी में खुशियाँ है