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हसरतों के इस मंजर में , फ़ितरतों का क्या मोल ? हसरतों के इस मंजर में , फ़ितरतों का क्या मोल ?
अरे ओ बावली दुनिया, विक्षिप्त के लिए एकांत का कोई मतलब भी है रे ? अरे ओ बावली दुनिया, विक्षिप्त के लिए एकांत का कोई मतलब भी है रे ?
विलाप नहीं आलाप कर , आलाप में आसार है, आलाप में आसार है ।। विलाप नहीं आलाप कर , आलाप में आसार है, आलाप में आसार है ।।
माँ तेरा बेटा रंग कूटकर तुझे तिलक लगाएगा मेरा भोला मन आज तुझे केसरिया ओढ़ाना चाहेगा। माँ तेरा बेटा रंग कूटकर तुझे तिलक लगाएगा मेरा भोला मन आज तुझे केसरिया ओढ...
अर्थ चाहिए सार्थ नहीं अरथी ले जाइएगा सारथी के क़ाबिल नहीं अर्थ चाहिए सार्थ नहीं अरथी ले जाइएगा सारथी के क़ाबिल नहीं
ग़म इश्क़ का है, या ख़्याल वालिद का। ग़म इश्क़ का है, या ख़्याल वालिद का।
ऐसी कल्पना इस नायक की, उत्प्रेक्षा कुछ बेहतर कल की। ऐसी कल्पना इस नायक की, उत्प्रेक्षा कुछ बेहतर कल की।
आसमंजस्य की बेड़ियों से दूर, निष्पत्ति अमर सुरपान की। आसमंजस्य की बेड़ियों से दूर, निष्पत्ति अमर सुरपान की।
अवचेत को पहचान तू बन बाण-तूणीर-राम तू , बन बाण-तूणीर-राम तू। अवचेत को पहचान तू बन बाण-तूणीर-राम तू , बन बाण-तूणीर-राम तू।
क्योंकि इस बार पड़ोसी पर नहीं ! कोहराम खुद पर आया हैं। क्योंकि इस बार पड़ोसी पर नहीं ! कोहराम खुद पर आया हैं।