Geetkar Shayar
मन के आँगन में नन्हा सा प्रेम का दीप जला लेना। मन के आँगन में नन्हा सा प्रेम का दीप जला लेना।
कुछ इल्म अता कर मेरे मौला तू उन्हें भी, औरत को समझते हैं जो सामान अभी तक। कुछ इल्म अता कर मेरे मौला तू उन्हें भी, औरत को समझते हैं जो सामान अभी तक।
जिसने पाया वो खुशी से झूम उठा, जिसने खोया वो दीवाना हो गया। जिसने पाया वो खुशी से झूम उठा, जिसने खोया वो दीवाना हो गया।
कल मेरी बारी थी लेकिन आज तुम्हारी बारी है। कल मेरी बारी थी लेकिन आज तुम्हारी बारी है।
सुर्ख़ रुखसार को छुआ पहले, फिर लबों तक फिसल गए आँसू। सुर्ख़ रुखसार को छुआ पहले, फिर लबों तक फिसल गए आँसू।
दिनकर अस्त भले हो जाए लेकिन मरा नहीं करता है। दिनकर अस्त भले हो जाए लेकिन मरा नहीं करता है।
कुछ ढोंगी व्यभिचारी पापी, खुद को भगवान समझते हैं, ऐसे युग पुरुषों में कोई जब आशाराम कुछ ढोंगी व्यभिचारी पापी, खुद को भगवान समझते हैं, ऐसे युग पुरुषों में कोई ...
देवों की धरती पर असुरों का राज काज क्या हिंदुस्तान हो गया. देवों की धरती पर असुरों का राज काज क्या हिंदुस्तान हो गया.
तुम्हीं कर्ता व धर्ता तुम्हारी ज़िम्मेदारी। सज़ा हमको मिले क्यों नहीं ग़लती हमारी। तुम्हीं कर्ता व धर्ता तुम्हारी ज़िम्मेदारी। सज़ा हमको मिले क्यों नहीं ग़लती हमार...
जब पारदर्शिता का दावा झूठा साबित हो जाता है। जब भ्रष्टाचार तानकर सीना विकृत रूप दिखाता जब पारदर्शिता का दावा झूठा साबित हो जाता है। जब भ्रष्टाचार तानकर सीना विकृत र...