In my story: I am the Poet. You are my Poetry.
भैय्या का है बहन से पहचान, तुम पर बसती है जान। भैय्या का है बहन से पहचान, तुम पर बसती है जान।
मम्मी से कम, पाप से बहुत मार खाए है। मम्मी से कम, पाप से बहुत मार खाए है।
घर-घर में मातम की चीख, मौत की चादर बिछा डाला है। घर-घर में मातम की चीख, मौत की चादर बिछा डाला है।
परिंदा इम्ति़हान में है तू परिंदा इम्ति़हान में है तू
आज हमारी मौत भी जिंदगी से हसीन होगी उनके लिए क़यामत होगी। आज हमारी मौत भी जिंदगी से हसीन होगी उनके लिए क़यामत होगी।
अपने अस्तित्व बचाने को, हथियार उठाना पड़ता है। अपने अस्तित्व बचाने को, हथियार उठाना पड़ता है।
कुछ इस तरह हम अपनी मंजिल पाएं। कुछ ऐसे जीतकर कि जिंदगी फिर मुस्कुराए।। कुछ इस तरह हम अपनी मंजिल पाएं। कुछ ऐसे जीतकर कि जिंदगी फिर मुस्कुराए।।
चलो अपने संकल्प को, आज़ जन जन तक पहुंचाते हैं। आने वाली नयी पीढ़ी के लिए... चलो अपने संकल्प को, आज़ जन जन तक पहुंचाते हैं। आने वाली नयी पीढ़ी के लिए.....
ये माटी का तन है, काठी से जल जाएगा। ये माटी का तन है, काठी से जल जाएगा।
आत्मा तब भी थी जब कुछ नहीं था। आत्मा तब भी थी जब कुछ नहीं था।