Poet
बिछड़ना कुदरत का नियम है, बस! यादें उसकी बात कहें।। बिछड़ना कुदरत का नियम है, बस! यादें उसकी बात कहें।।
उजाले में कला की बेजोड़ प्रतिभा, परछाई का भी अजीब खेल है।। उजाले में कला की बेजोड़ प्रतिभा, परछाई का भी अजीब खेल है।।
तू ही तो है मेरी जन्मदात्री, तेरा हाथ सदा सिर रहता।। तू ही तो है मेरी जन्मदात्री, तेरा हाथ सदा सिर रहता।।
लक्ष्य बनाना मेरा काम नहीं है, फिर भी सफलता पाए जा रहा हूं लक्ष्य बनाना मेरा काम नहीं है, फिर भी सफलता पाए जा रहा हूं
मेरे हमसफर तेरे लिए,, मैं चांद चुराकर लाया हूं।। मेरे हमसफर तेरे लिए,, मैं चांद चुराकर लाया हूं।।
मैं तेरी आंखों का तारा, बनके दिल में बसती हूं।। मैं तेरी आंखों का तारा, बनके दिल में बसती हूं।।
मेरे दिल में तुम्हारे लिए अपनापन है, पर ज़ाहिर करूं मेरी फितरत नहीं। मेरे दिल में तुम्हारे लिए अपनापन है, पर ज़ाहिर करूं मेरी फितरत नहीं।
और माँ की लोरी सुनके ही,मैं सो पाता था। और माँ की लोरी सुनके ही,मैं सो पाता था।
मैं खुश हो जीना चाहता हूँ, खुशी ही छीन लेते हैं मैं खुश हो जीना चाहता हूँ, खुशी ही छीन लेते हैं
इसके आने से धरती भी, रोशन हो जाती है।। इसके आने से धरती भी, रोशन हो जाती है।।