ମୁଁ କର୍ଣ୍ଣାଟକ କେନ୍ଦ୍ରୀୟ ବିଶ୍ୱବିଦ୍ୟାଳୟ ରେ ପଦାର୍ଥବିଜ୍ଞାନ ବିଭାଗରେ ଅଧ୍ୟାପିକା ଭାବେ କାର୍ଯ୍ୟରତ। ପଦାର୍ଥବିଜ୍ଞାନ ମୋର ପେଶା ଆଉ ଓଡ଼ିଆ ଭାଷାରେ କବିତା/ଗଳ୍ପ/ଉପନ୍ୟାସ ମୋର ନିଶା।
फिर से उस चिट्ठी को मोड़ कर मैं लिफाफे के अंदर रख दी। फिर से उस चिट्ठी को मोड़ कर मैं लिफाफे के अंदर रख दी।
मेरी प्यारे दोस्त, तुम कहाँ हो? बहुत दिन हो गेए मुझसे मिले नही। मेरी प्यारे दोस्त, तुम कहाँ हो? बहुत दिन हो गेए मुझसे मिले नही।
दिल को भी नही मालूम वो क्यों नाराज है उनसे क्या उमीद कर रहा है उनसे। दिल को भी नही मालूम वो क्यों नाराज है उनसे क्या उमीद कर रहा है उनसे।
हारने के बाद भी नाउम्मीद हो उठके फिर से लड़ती हूँ। हारने के बाद भी नाउम्मीद हो उठके फिर से लड़ती हूँ।
एक ही सवाल कर रहा है ये कैसा रिश्ता है। एक ही सवाल कर रहा है ये कैसा रिश्ता है।
जहाँ तक मेरा अभिमान, मेरे नखरें कभी पहुँच भी नहीं पायेंगे। जहाँ तक मेरा अभिमान, मेरे नखरें कभी पहुँच भी नहीं पायेंगे।
जिसको वो भूल चुके हैं उन सारी यादों का फिर से एहसास कराना है। जिसको वो भूल चुके हैं उन सारी यादों का फिर से एहसास कराना है।
बतानी है मेरे खामोश लफ़्ज़ों की कई अनकही दास्तान। बतानी है मेरे खामोश लफ़्ज़ों की कई अनकही दास्तान।
उम्मीद करती हूँ कि आप सब कुछ भूल के मुझे फिर से अपनाएंगे। उम्मीद करती हूँ कि आप सब कुछ भूल के मुझे फिर से अपनाएंगे।
मेरे दिल के वीराने में खुशियों को भरते देख कर। मेरे दिल के वीराने में खुशियों को भरते देख कर।