कलम की शक्ति से दुनिया बदलने चला
खुद भूखा रहकर हमको अन्न दिलाता है उसके पसीने से ये मिट्टी धान खिलाती है ! खुद भूखा रहकर हमको अन्न दिलाता है उसके पसीने से ये मिट्टी धान खिलाती है !
तेरी भी बहन बेटी होगी क्या तू उनसे नजरे मिला पाता है तेरी भी बहन बेटी होगी क्या तू उनसे नजरे मिला पाता है
दिन सुहाना और रात सपनों का जाम था दिन सुहाना और रात सपनों का जाम था
जब भी जन्म लू इस धरती पर शिक्षक ही रहना चाहता हूं। जब भी जन्म लू इस धरती पर शिक्षक ही रहना चाहता हूं।
इस एक तरफा प्यार की कीमत तू अपने आंसूओ से चुकायेगा। इस एक तरफा प्यार की कीमत तू अपने आंसूओ से चुकायेगा।
मुझे अच्छा बुरा मेरे गुरु ने मुझे सिखाया मैंने अपना सच्चा दोस्त भी उन्ही में पाया! मुझे अच्छा बुरा मेरे गुरु ने मुझे सिखाया मैंने अपना सच्चा दोस्त भी उन्ही में ...
हर युग में नारी की महानता हिन्दू धर्म ग्रन्थ में छाया। हर युग में नारी की महानता हिन्दू धर्म ग्रन्थ में छाया।
सलाम हे उन शहीदों को जो तिरंगे मैं लिपटकर अपने घर आया था। सलाम हे उन शहीदों को जो तिरंगे मैं लिपटकर अपने घर आया था।