कलम की शक्ति से दुनिया बदलने चला
Share with friendsखुद भूखा रहकर हमको अन्न दिलाता है उसके पसीने से ये मिट्टी धान खिलाती है !
Submitted on 29 Oct, 2020 at 18:43 PM
तेरी भी बहन बेटी होगी क्या तू उनसे नजरे मिला पाता है
Submitted on 19 Oct, 2020 at 06:03 AM
जब भी जन्म लू इस धरती पर शिक्षक ही रहना चाहता हूं।
Submitted on 28 Sep, 2020 at 17:28 PM
मुझे अच्छा बुरा मेरे गुरु ने मुझे सिखाया मैंने अपना सच्चा दोस्त भी उन्ही में पाया!
Submitted on 24 Sep, 2020 at 15:15 PM
हर युग में नारी की महानता हिन्दू धर्म ग्रन्थ में छाया।
Submitted on 24 Sep, 2020 at 05:48 AM
सलाम हे उन शहीदों को जो तिरंगे मैं लिपटकर अपने घर आया था।
Submitted on 11 Aug, 2020 at 11:42 AM