मेरा नाम मृदुला है । मैं एक जाने माने स्कूल की अध्यापिका हूँ। जब भी कुछ गलत होते देखती हूँ तो कुछ ज्यादा बोल नहीं पाती हूँ ।मन होते हुए भी।ऐसे में अपनी भावनाओं को कागज़ पर उतारकर कुछ हल्का महसूस करती हूँ।
क्या कुछ मुझको मिल गया, न जाने कहाँ मेरा दिल गया ? क्या कुछ मुझको मिल गया, न जाने कहाँ मेरा दिल गया ?
शक्ति मन की ,विश्वास मन की उत्साह मन की , धैर्य मन की। शक्ति मन की ,विश्वास मन की उत्साह मन की , धैर्य मन की।
दुर्गा हर घर में है दुर्गा हमार् प्रण में है। दुर्गा हर घर में है दुर्गा हमार् प्रण में है।
हिंदी भाषा हमारा गौरव ,नहीं छोड़ सकते हम माता। हिंदी भाषा हमारा गौरव ,नहीं छोड़ सकते हम माता।
अगर करना है हर सपना साकार तो शिक्षा का करें आभार। अगर करना है हर सपना साकार तो शिक्षा का करें आभार।
तुमसे ही लड़ना है तुमसे ही झगड़ना है क्योंकि उमर भर तुम्हारे ही साथ तो रहना है। तुमसे ही लड़ना है तुमसे ही झगड़ना है क्योंकि उमर भर तुम्हारे ही साथ तो रहना है।
जितनी अन्धेरी रात है , उतनी ही जिन्दगी भी है। जितनी अन्धेरी रात है , उतनी ही जिन्दगी भी है।
कितनी भी कोशिश करने पर भी समय वापस नहीं ला पाओगे। कितनी भी कोशिश करने पर भी समय वापस नहीं ला पाओगे।
कई बार लोग अहंकार में डूबे होकर इंसानियत भूल जाते हैं।यह कविता उन्हीं लोगों के लिए है। कई बार लोग अहंकार में डूबे होकर इंसानियत भूल जाते हैं।यह कविता उन्हीं लोगों के ल...