दिल की बात
दिल की बात
1 min
114
दिल की बात यारों
करो खुले दिल से
दिल का दर्द ना बनाओ
बात दिल में रखने से
एक कोई भी तुम
दोस्त अपना बना लो
दिल की बात उसे
खुले आम कर लो
दिल की बात दबाने से
दर्द दिल का बढ़ जाता
जाने अनजाने फिर वह
नासूर सा ही चुभता है
दिल ही दिल में बात रखकर
पल पल ना मरो दिन रात
दोस्तों चलो आओ पास और
बोल दो जो है दिल की बात