करवा चौथ
करवा चौथ
जो पति अपने परिवार के लिए
इतना कुछ करता है
तो क्या उनके लंबी आयु के लिए
पत्नी को एक करवा चौथ का
व्रत ज्यादा है।।
इस पल पल के सौगात में हम
उत्सवो के नाते और हिल मिल
जाते हैं
हम हमारे पति और बच्चों के लिए
ख़ुशियाँ भरी दुआएँ मांगते हैं ।।
जानकर भी अंजान बनना
हमें अच्छा लगता है
कोई इसे अंध श्रद्धा कहकर पुकारे
मगर पत्नियों को यह व्रत
अच्छा लगता है।।
चाँद का इंतजार करके दो घड़ी हम
चाँद और आसमान को भी निहारते हैं
इन सब बातों से पति पत्नी का
प्यार और भी बढ़ जाता है।।
साज श्रृंगार करके दिखती दुल्हन
पति के लिए वह सजती है
मुस्कराकर निसर्ग के सामने दोनों
पति-पत्नी प्यार का इज़हार
करते हैं।।
यही छोटी मोटी ख़ुशियाँ संसार में
पति को इक डोर से बांधे रखती है
ना लेना देना चाँद को न आसमान को
हम हमारी ख़ुशियाँ समेट ही लेते हैं।