STORYMIRROR

Meenakshi Kilawat

Others

2  

Meenakshi Kilawat

Others

नगमे मोहब्बत के"

नगमे मोहब्बत के"

1 min
267


सदा बहारें बिखरने की बात हम जान गए हैं 

महकना इन सारे फूलों सें से हम जान गए हैं,


खुशबू को बेबाक किसी ने हवा में फेंक दिया था

समेटना आंचल में फिज़ा से हम जान गए हैं


हुनर पाक इश्क के हाथों में छिपा था बेशक मगर

हिफाजत से भरना आंचल में हम जान गए हैं


भंवरो ने कुछ साजिशें कर रखी थी आशिक मिजाज

चुपके से फूलों पर मंडराना हम जान गए हैं


रंग बैरंग बैराग बदन पर जंच रहा था लेकिन

भरने रंग-ए-नूर चेहरों पर हम जान गए हैं


इरादा हमेशा अल्लाह की इबादतका था मगर

नगमे मोहब्बत के गुनगुनाना हम जान गए हैं।



Rate this content
Log in