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Vishweshwar Kabade

Others

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Vishweshwar Kabade

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मुक्ती

मुक्ती

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   देवा तू माझा
   मी तुझा
   
हाच एक भाव
संकटी तुच धाव
   
करू दे भक्ती
 मिळू दे मुक्ती
   
कर या आत्म्याचा उध्दार
 समजला अध्यात्मिक सार

 ©®-विश्वेश्वर कबाडे उर्फ शुभसंतती,अणदूर 


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