मीची मज व्यालो
मीची मज व्यालो
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व्यथा मनी सदा | कामाचा राबता |
देह माझा पिता | वाटे मज ||
कौतुकाचे घर | मोद परिमळ |
बळे घाली गळ |अहंकार ||
बोलाचेच धनी | असे गोतावळा |
कामास कावळा | शिवोनिया ||
किती रागे भरा | स्वतःशीच बोला |
मार्ग होई खुला | प्रकाशाचा ||
चिंता नको आता | कोणाचीच मला |
माझा मीच भला | माझ्यासाठी ||
सुखाची सावली | घेऊनी रुजलो |
मीची मज व्यालो | उद्यासाठी ||
हवी आहे कोणा | दुर्गुणांची साथ ||
पेकाटात लाथ | मारोनिया ||
रज तम सत्व | अहंकारी भाव |
नम्रतेचा ठाव | घे रे मना ||
जन्मा आला पोटी | कलेचा सागर |
भरली घागर | तृप्ततेने ||
भरियले पोट | तृप्तीचे ढेकर |
सुंदर लेकरं | घडविली ||
