कुछ करने की उम्र तो बची नहीं पर फिर भी कुछ न कुछ तो कर ही लूंगी। कुछ करने की उम्र तो बची नहीं पर फिर भी कुछ न कुछ तो कर ही लूंगी।
गुल वहीं पर ढेर हो गई। रक्त के फव्वारें फूट पड़े। गुल वहीं पर ढेर हो गई। रक्त के फव्वारें फूट पड़े।
मैंने टीया को फोन लगाया था पर उसका मोबाइल बंद आ रहा है मैंने टीया को फोन लगाया था पर उसका मोबाइल बंद आ रहा है
खैर शादी का दिन भी गया मेहंदी से लेकर बान तक तो फूफा जी खुश चल रहे थे खैर शादी का दिन भी गया मेहंदी से लेकर बान तक तो फूफा जी खुश चल रहे थे
मेरी टिफ़िन में कभी भी बढ़िया टिफ़िन नहीं होता है मेरी टिफ़िन में कभी भी बढ़िया टिफ़िन नहीं होता है