काश दिन हम ना मिले होते सोचते हुए उसने मोबाइल में ब्लॉक का बटन दबा दिया। काश दिन हम ना मिले होते सोचते हुए उसने मोबाइल में ब्लॉक का बटन दबा दिया।
आज सुबह सचमुच बहुत खुशनुमा थी। एक ईमेल ने जैसे जिंदगी ही बदल दी थी। आज सुबह सचमुच बहुत खुशनुमा थी। एक ईमेल ने जैसे जिंदगी ही बदल दी थी।
हम कई बार मिले है पर पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। हम कई बार मिले है पर पहले कभी ऐसा नहीं हुआ।
माँ हक्की-बक्की कभी मुझे और कभी अपने भगवान को देख रही है। माँ हक्की-बक्की कभी मुझे और कभी अपने भगवान को देख रही है।
दादू दादू
लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास। लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास।