सनकी आदमी को बाहर से मुसीबत नहीं बुलाना पड़ती वह खुद पैदा करता है सनकी आदमी को बाहर से मुसीबत नहीं बुलाना पड़ती वह खुद पैदा करता है
अमित के मन-मस्तिष्क में विचारों का एक ज्वार- सा उठा ......और इसमें उसमें उन सिक्कों की पवित्रता के म... अमित के मन-मस्तिष्क में विचारों का एक ज्वार- सा उठा ......और इसमें उसमें उन सिक्...
माँ की बात सुनकर रमेश की आँखें खुशी से छलछला उठी माँ की बात सुनकर रमेश की आँखें खुशी से छलछला उठी
उसने सोचा इतने रुपए में तो एक सेब भी ना हो उसने सोचा इतने रुपए में तो एक सेब भी ना हो
सच ही कहा है कि, सिक्कों को अगर संभालना हो तो जेब फटी नहीं होनी चाहिए। सच ही कहा है कि, सिक्कों को अगर संभालना हो तो जेब फटी नहीं होनी चाहिए।