गायों को केवल चराने के लिये चारागाह या घास के मैदानों में नहीं लेकर जाते थे। गायों को केवल चराने के लिये चारागाह या घास के मैदानों में नहीं लेकर जाते थे।
। इसका ऐसे सभी स्थल समाज के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। । इसका ऐसे सभी स्थल समाज के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अपनी खुद की कोई भी रचना, निर्मिती का आनंद भला किसे नहीं होता और उसी की तारीफ हमारे मित्र, सहेलियां, ... अपनी खुद की कोई भी रचना, निर्मिती का आनंद भला किसे नहीं होता और उसी की तारीफ हमा...
आपने दोनों ही प्रकरण में अत्यंत सराहनीय रूप से खोज खबर ली एवं रिपोर्टिंग की आपने दोनों ही प्रकरण में अत्यंत सराहनीय रूप से खोज खबर ली एवं रिपोर्टिंग की