बात बनी तो ज़रूर, लेकिन शाम को एक नयी पिक्चर दिखा कर, और रात का खाना बाहर खिलाकर... बात बनी तो ज़रूर, लेकिन शाम को एक नयी पिक्चर दिखा कर, और रात का खाना बाहर खिलाकर...
इस संकट की घड़ी में हम कामना करते है की घर मे रहे, स्वस्थ रहे, सुरक्षित रहे। इस संकट की घड़ी में हम कामना करते है की घर मे रहे, स्वस्थ रहे, सुरक्षित रहे।
अगली बार फिर तुम्हारे साथ अपनी यादें ताजा करूँगी। अगली बार फिर तुम्हारे साथ अपनी यादें ताजा करूँगी।
मां मध्यस्थ बन बात पहुंचाने का काम करतीं। मां मध्यस्थ बन बात पहुंचाने का काम करतीं।
सबने विधायक जी की जय जयकार की और उपखंडअधिकारी जी का आभार व्यक्त किया। सबने विधायक जी की जय जयकार की और उपखंडअधिकारी जी का आभार व्यक्त किया।
समझ आया तो माँ ही नहीं रही। काश.... तुम मुझे एक और मौका देती माँ.....! समझ आया तो माँ ही नहीं रही। काश.... तुम मुझे एक और मौका देती माँ.....!