उसकी जिंदगी में बवंडर लाने वाला तूफान शांत हो चुका था। उसकी जिंदगी में बवंडर लाने वाला तूफान शांत हो चुका था।
"नैनी मैं तो निमित्त भर थी ,असल मे तेरे पीछे तो तेरे मां बाबा दोनो ही वरद हस्त लिये "नैनी मैं तो निमित्त भर थी ,असल मे तेरे पीछे तो तेरे मां बाबा दोनो ही वरद हस्त ल...
दरवाजा खुल रहा है रोशनी का टुकड़ा उसकी पलकों को चीर उसकी आँखों में भरता जा रहा है। दरवाजा खुल रहा है रोशनी का टुकड़ा उसकी पलकों को चीर उसकी आँखों में भरता जा रहा ह...
वसुधा ने बांध दिया जगत को, सार नहीं पर पार नहीं। वसुधा ने बांध दिया जगत को, सार नहीं पर पार नहीं।
अनुपम और उसकी पत्नी सविता की दुनिया मनचाहे सपनों से रंग गई थी। अनुपम और उसकी पत्नी सविता की दुनिया मनचाहे सपनों से रंग गई थी।