सुख दुःख मौज तकलीफ़ तक़रीबन सभी की ज़िन्दगी का घोर हिस्सा है! सुख दुःख मौज तकलीफ़ तक़रीबन सभी की ज़िन्दगी का घोर हिस्सा है!
उसने महसूस किया कि उसे अपनी इस स्थिति का जरा सा भी दुःख नहीं है उसने महसूस किया कि उसे अपनी इस स्थिति का जरा सा भी दुःख नहीं है
आज अपने बच्चों के बीच हारे जुआरी की तरह बैठी हैं। आज अपने बच्चों के बीच हारे जुआरी की तरह बैठी हैं।
लड़की वहां से चली जाती है पर उस लड़के को लड़की की बात बहुत चुभती है। कुछ साल बाद वो अपने पैर पर खड़ा... लड़की वहां से चली जाती है पर उस लड़के को लड़की की बात बहुत चुभती है। कुछ साल बाद...
.वह सोचता इससे बेहतर तो वह न आती तो ज्यादा बेहतर होता.छज्जा नीरस,हतासा, उदासी और इंतज़ार को झेलते झेल... .वह सोचता इससे बेहतर तो वह न आती तो ज्यादा बेहतर होता.छज्जा नीरस,हतासा, उदासी और...
कुछ कपड़े और कॉपी-किताब इधर उधर बिखरे पड़े थे। जमीन पर काई लगी हुई थी। दीवारों पर सीलन थी। वह स्थान ... कुछ कपड़े और कॉपी-किताब इधर उधर बिखरे पड़े थे। जमीन पर काई लगी हुई थी। दीवारों प...