चारों युवाओं ने करबद्ध प्रणाम करते हुए उनकेआशीर्वाद और संदेश एवं अपने दायित्व को हृदयंग चारों युवाओं ने करबद्ध प्रणाम करते हुए उनकेआशीर्वाद और संदेश एवं अपने दायित्व को...
आज मैंने एक किताब की समीक्षा लिखी जो कल रात को पढ़ी थी ... लेखक मन को थोड़ी तसल्ली मिली आज मैंने एक किताब की समीक्षा लिखी जो कल रात को पढ़ी थी ... लेखक मन को थोड़ी तसल्...
दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे रहे, क दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे...
क्योंकि पिता जी को बोलता था तो पिता जी बिगड़ जाते थे। क्योंकि पिता जी को बोलता था तो पिता जी बिगड़ जाते थे।
आत्मचिंतन और आत्ममंथन के लिए लाकडाउन का समय सबसे बढ़िया था! आत्मचिंतन और आत्ममंथन के लिए लाकडाउन का समय सबसे बढ़िया था!