वातावरण फ़िर कुछ बोझल सा हो गया। वातावरण फ़िर कुछ बोझल सा हो गया।
पता नहीं इसके परिवार में और कौन है, कोई पुरुष है या नहीं , इसका ध्यान कौन रखेगा पता नहीं इसके परिवार में और कौन है, कोई पुरुष है या नहीं , इसका ध्यान कौन रखेगा
बिना शादी के घर के चारदीवारी के बाहर बिना बताए कदम रख दिया। बिना शादी के घर के चारदीवारी के बाहर बिना बताए कदम रख दिया।
जब अगले दिन यूनिवर्सिटी जाने लगी तो माँ ने टोका "खबरदार जो उस बाबू से मिली। अपने घर की इज़्ज़त मत डूबो... जब अगले दिन यूनिवर्सिटी जाने लगी तो माँ ने टोका "खबरदार जो उस बाबू से मिली। अपने...
उसे खिड़की पर फिर कुछ परछाईं सी दिखी वो तेज़ी से उठी और उसने खिड़की खोल दी . ........... उसे खिड़की पर फिर कुछ परछाईं सी दिखी वो तेज़ी से उठी और उसने खिड़की खोल दी . .....
आज पूरे दिन लड़कियों की लानते और शर्मिन्दगी भरी बाते सुनकर मेरे दिल में छिपे सारे लव के आज पूरे दिन लड़कियों की लानते और शर्मिन्दगी भरी बाते सुनकर मेरे दिल में छिपे सार...