वो मेरी बहुत बड़ी भूल थी, मैं मानता हूँ कि तुम्हारे अहम को बहुत चोट पहुँचाई है वो मेरी बहुत बड़ी भूल थी, मैं मानता हूँ कि तुम्हारे अहम को बहुत चोट पहुँचाई है
वातावरण फ़िर कुछ बोझल सा हो गया। वातावरण फ़िर कुछ बोझल सा हो गया।
धरा को अपनी प्रेम-पींग बढ़ने से पहले ही लांछन की ये बौछार बिल्कुल नहीं सुहाई धरा को अपनी प्रेम-पींग बढ़ने से पहले ही लांछन की ये बौछार बिल्कुल नहीं सुहाई
जानती हूँ ,बाँझ नहीं हूँ, इसीलिए तो लांछन नहीं लगेगा मुझे। जानती हूँ ,बाँझ नहीं हूँ, इसीलिए तो लांछन नहीं लगेगा मुझे।