रवि की आंखों में अपने बचपन के एक साथी के लिए प्यार, अपनापन और आदर था । रवि की आंखों में अपने बचपन के एक साथी के लिए प्यार, अपनापन और आदर था ।
धरा को अपनी प्रेम-पींग बढ़ने से पहले ही लांछन की ये बौछार बिल्कुल नहीं सुहाई धरा को अपनी प्रेम-पींग बढ़ने से पहले ही लांछन की ये बौछार बिल्कुल नहीं सुहाई