स्वतन्त्र लेखन , कविता , कहानी , थोटस आदि ।
एक प्रेम के सबक़ के साथ, जहाँ से चलकर वो कोर्ट रूम पहुँचे थे। एक प्रेम के सबक़ के साथ, जहाँ से चलकर वो कोर्ट रूम पहुँचे थे।
वो मेरी बहुत बड़ी भूल थी, मैं मानता हूँ कि तुम्हारे अहम को बहुत चोट पहुँचाई है वो मेरी बहुत बड़ी भूल थी, मैं मानता हूँ कि तुम्हारे अहम को बहुत चोट पहुँचाई है
मन भर रहा था दोनों का। मन भर रहा था दोनों का।
महसूस कर रहे थे दोनों लेकिन फिर वही इगो आड़े आ कर कहने से रोक देती। महसूस कर रहे थे दोनों लेकिन फिर वही इगो आड़े आ कर कहने से रोक देती।
मनोज का रोज रोज शराब पी कर आना , मंजरी के बुरा व्यवहार करना, कई कई दिन तक बात चित बंद रहना ये सब अब ... मनोज का रोज रोज शराब पी कर आना , मंजरी के बुरा व्यवहार करना, कई कई दिन तक बात चि...
दो लोगो के मध्य, समय के आभाव और एक दूसरे को समझ न पाने की कारण आती, रिश्तों में कड़वाहट को दर्शाती, य... दो लोगो के मध्य, समय के आभाव और एक दूसरे को समझ न पाने की कारण आती, रिश्तों में ...
धीरे -२ डिप्रेशन हावी हो रहा था मंजरी पर। गोलियाँ लेकर सोई रहती अकसर, बात भी करती तो किससे ? धीरे -२ डिप्रेशन हावी हो रहा था मंजरी पर। गोलियाँ लेकर सोई रहती अकसर, बात भी करत...