अपनी नकारात्मक सोच पर अफसोस हुआ अपनी नकारात्मक सोच पर अफसोस हुआ
उसी समय मेरा ध्यान खिड़की से बाहर गया जहाँ कई मज़दूर जिनके शरीर से हड्डियाँ झाँक रही थी सिर पर बोझा ... उसी समय मेरा ध्यान खिड़की से बाहर गया जहाँ कई मज़दूर जिनके शरीर से हड्डियाँ झाँक...
कोरोना का कहर यहां भी धीरे धीरे बढ़ने लगा। कोरोना का कहर यहां भी धीरे धीरे बढ़ने लगा।
नौकरी छूट गई थी और दूसरी नौकरी तलाशने की जरूरत नहीं नौकरी छूट गई थी और दूसरी नौकरी तलाशने की जरूरत नहीं
उस बच्चे को देखकर लगा जैसे मजदूरों के बच्चे बीमार होना शायदafford नहीं कर सकते... उस बच्चे को देखकर लगा जैसे मजदूरों के बच्चे बीमार होना शायदafford नहीं कर सकते.....
ऐसा ही रामल है, वो एक मज़दूर है लेकिन एक पिता है। ऐसा ही रामल है, वो एक मज़दूर है लेकिन एक पिता है।