भैया का तार पाकर हड़बड़ी में मैं जाने को तैयार हुई। कॉलेज की परीक्षाएं चालू होने की वजह स भैया का तार पाकर हड़बड़ी में मैं जाने को तैयार हुई। कॉलेज की परीक्षाएं चालू होने क...
लेखक: धीराविट पी. नात्थागार्न, अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक: धीराविट पी. नात्थागार्न, अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
लेखक: धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक: धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
.और परिणाम स्वरूप मेडल बिटिया के गले में था। .और परिणाम स्वरूप मेडल बिटिया के गले में था।
अजय जमींदार घराने का वारिस और वो एक ड्राइवर की बेटी अजय जमींदार घराने का वारिस और वो एक ड्राइवर की बेटी
क्योंकि लड़का और लड़की अलग बिरादरी के थे। क्योंकि लड़का और लड़की अलग बिरादरी के थे।