समझी, मेरी डॉक्टर बिटिया की अम्मा !’ कहते हुए उसने पत्नी की आँखों में उभर आए आँसुओं को पोंछ डाला। समझी, मेरी डॉक्टर बिटिया की अम्मा !’ कहते हुए उसने पत्नी की आँखों में उभर आए आँस...
आज के व्यस्त जीवन मे हर व्यक्ति अपनी व्यस्तता के आगे दूसरों की दिक्कत को अनदेखा कर देता है। इसी भाव ... आज के व्यस्त जीवन मे हर व्यक्ति अपनी व्यस्तता के आगे दूसरों की दिक्कत को अनदेखा ...
बिटिया के जाने का दुख भी था और खुशी भी बिटिया के जाने का दुख भी था और खुशी भी
जोश के साथ वो उठकर चल दी.....अपनी मिट्टी के लिए, अपने गाँव के लिए। जोश के साथ वो उठकर चल दी.....अपनी मिट्टी के लिए, अपने गाँव के लिए।
बसंत मानों उसकी मुस्कान के साथ एकाकार हो रहा था। बसंत मानों उसकी मुस्कान के साथ एकाकार हो रहा था।
मन के रंगीन ख्वाब मन के रंगीन ख्वाब