शायद यही सज़ा सही हो हम दोनों के लिए शायद यही सज़ा सही हो हम दोनों के लिए
शायद वो चिड़िया मुझे ये कहने आई थी.. अब मैं खुश हूं..तुम भी खुश रहो और मुझे भूल जाओ.. शायद वो चिड़िया मुझे ये कहने आई थी.. अब मैं खुश हूं..तुम भी खुश रहो और मुझे भूल ...
कब से बात कर रहे हम तुम तो कुछ तो गेस ... कब से बात कर रहे हम तुम तो कुछ तो गेस ...
मानो चांद की रोशनी छन कर सीधे तुम्हारे चेहरे पर आ रही थी। मानो चांद की रोशनी छन कर सीधे तुम्हारे चेहरे पर आ रही थी।
बड़ी सी मेन रोड पर यह बालकनी खुलती थी जिसके नीचे दुकानें हैं बड़ी सी मेन रोड पर यह बालकनी खुलती थी जिसके नीचे दुकानें हैं
ज़रा सोचो एक अकेली बिल्डिंग शहर से कटकर जंगल के पास और उसके अंदर पाँचवे माले के 13 नंबर अपार्टमेंट म... ज़रा सोचो एक अकेली बिल्डिंग शहर से कटकर जंगल के पास और उसके अंदर पाँचवे माले के ...