उसके स्टूडेंट जिंदगी यहीं तक रह गई थी पर खूबसूरत लम्हें जिंदगी के अक्सर याद आ जाते है। उसके स्टूडेंट जिंदगी यहीं तक रह गई थी पर खूबसूरत लम्हें जिंदगी के अक्सर याद आ जा...
और अमर पेप्सी का एक बड़ा सा घूंट भरकर अपने अतीत में खो गया। और अमर पेप्सी का एक बड़ा सा घूंट भरकर अपने अतीत में खो गया।
सूर्य की संवेदनहीनता के अनुसार, कुछ सोचकर चित्र का शीर्षक रख लो। सूर्य की संवेदनहीनता के अनुसार, कुछ सोचकर चित्र का शीर्षक रख लो।
पर जिसके विचार मात्र से ही विश्वासघात और ठग्गी का अहसास हो जाता है...? पर जिसके विचार मात्र से ही विश्वासघात और ठग्गी का अहसास हो जाता है...?
सलोमी बोली यह आवाज़ जो सुने, उनमें ईश्वर का वास होता है भैया। सलोमी बोली यह आवाज़ जो सुने, उनमें ईश्वर का वास होता है भैया।
"ना...मैं नारी हूँ और यही मेरे जीवन की सर्वोच्च उपलब्धि है ! "ना...मैं नारी हूँ और यही मेरे जीवन की सर्वोच्च उपलब्धि है !