मैंने जो संकल्प लिया था वह मैंने पूरा किया। सच कहूं तो मेरे संकल्प की पूरा होने के पीछ मैंने जो संकल्प लिया था वह मैंने पूरा किया। सच कहूं तो मेरे संकल्प की पूरा होने ...
राजू जब १४ साल को हो गया (सन १९७३) तो एक दिन उसे अपने पिता जी श्री गजेन्द्र जी से पता च राजू जब १४ साल को हो गया (सन १९७३) तो एक दिन उसे अपने पिता जी श्री गजेन्द्र जी स...
हां रोहन मैं समझ सकती हूँ।अब हम साथ ही हैं तो अब हंसो । हां रोहन मैं समझ सकती हूँ।अब हम साथ ही हैं तो अब हंसो ।
गलतफहमी के हो करके शिकार, खो देते हैं विश्वास और अपनों का प्यार। गलतफहमी के हो करके शिकार, खो देते हैं विश्वास और अपनों का प्यार।
तोहे बिनती करूं ए श्याम! मेरी अरज सुनो घनश्याम! तोहे बिनती करूं ए श्याम! मेरी अरज सुनो घनश्याम!
रोहन के सब्र का बाँध टूट गया और वह बिलख -बिलख कर रोने लगा । रोहन के सब्र का बाँध टूट गया और वह बिलख -बिलख कर रोने लगा ।