पीहर क्या जाती हो तुम तो वहीं की हो जाती हो। अपनी जिम्मेदारी भी भूल जाती हो पीहर क्या जाती हो तुम तो वहीं की हो जाती हो। अपनी जिम्मेदारी भी भूल जाती हो
अपनी बेटी की गलती की शर्मिंदगी के साथ हाथ जोड़कर माफी मांगी। अपनी बेटी की गलती की शर्मिंदगी के साथ हाथ जोड़कर माफी मांगी।
"मेरी दोनों बेटियों का स्वागत है!" "मेरी दोनों बेटियों का स्वागत है!"
बेटा ये रस्म है नई बहु पहली होली अपने पीहर में मनाती है बेटा ये रस्म है नई बहु पहली होली अपने पीहर में मनाती है
मेनका के बापूजी बेचारे अनजान हर बात से, बेटी की बिना की हुई गलती की क्षमा मांगते रहे मेनका के बापूजी बेचारे अनजान हर बात से, बेटी की बिना की हुई गलती की क्षमा मांगते...
स्वस्थ और निरोगी काया ही सबसे बडा धन है... अत: उसे पाने के लिए व्यायाम जरुर कीजिए...!!! वर्ना... स्वस्थ और निरोगी काया ही सबसे बडा धन है... अत: उसे पाने के लिए व्यायाम जरुर कीजि...